The Basic Principles Of Shiv chaisa
The Basic Principles Of Shiv chaisa
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ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥ more info जय जय जय अनन्त अविनाशी ।
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।
बृहस्पतिदेव की कथा
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! shiv chalisa lyricsl सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥